आज वानखेड़े स्टेडियम मुंबई पर AUS VS AFG के बीच आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 का 39 वां मैच खेला गया। पांच बार की चैंपियन आस्ट्रेलिया ने आज चैंपियन अंदाज दिखाया।
सेमीफाइनल में पहुंचने के दृष्टिकोण से ऑस्ट्रेलिया के लिए यह मैच बहुत ही महत्वपूर्ण था। ऑस्ट्रेलिया आज यह मैच जीत कर सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की करने के इरादे से उतरी थी, उधर अफगानिस्तान जिसे अभी दो मैच खेलने थे एक ऑस्ट्रेलिया से और दूसरा मैच दक्षिण अफ्रीका से।
ऑस्ट्रेलिया को सिर्फ एक मैच जीतने की दरकार थी और आज उसने अफगानिस्तान को हराकर सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली और अब चौथे नंबर यानी की चौथे सेमी फाइनलिस्ट के लिए मुख्य दावेदारी पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच है।
लेकिन आज का मैच क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 का एक अविश्वसनीय मैच था और जिन लोगों ने आज चमत्कारिक बल्लेबाजी देखी वह सचमुच में अपने आप को भाग्यशाली मानेंगे।
AUS VS AFG मैच में अफगानिस्तान ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी का फैसला किया
अफगानिस्तान के कप्तान हशमतुल्लाह शहीदी ने आज टॉस जीता और बल्लेबाजी का फैसला लिया उनका यह फैसला सही साबित हुआ और अफगानिस्तान की टीम ने 50 ओवर में 291/5 बना दिये।
अफगानिस्तान के बल्लेबाज इब्राहिम जादरान ने आज शानदार शतक लगाया। यह शतक किसी भी अफगानी बल्लेबाज द्वारा पहला शतक था वर्ल्ड कप में।
जादरान ने 129 रन नाबाद बनाया जिसमें उन्होंने आठ चौके और तीन छक्के लगाए।
जादरान की परी और राशिद खान की 18 गेंद में ताबडतोड 35 रनों की बदौलत अफगानिस्तान ने आज वर्ल्ड कप में अपना सर्वाधिक स्कोर 291 रन बनाया।
ऑस्ट्रेलिया का चेज ।
ऑस्ट्रेलिया जब आज जब रनों पीछा करने उतरी तो उसका सामने टारगेट था जीत के लिए 291रन । वानखेड़े स्टेडियम पर यह स्कोर बहुत बड़ा नहीं था। डेविड वार्नर मिशेल मार्स, लवुशेन जैसे बल्लेबाजों से सुसज्जित ऑस्ट्रेलिया टीम के लिए यह बहुत मुश्किल भी नहीं था लेकिन अफगानी गेंदबाजों ने आज पलट वार किया और ऑस्ट्रेलिया को मुश्किल में डाला।
अफगानिस्तान की टीम अपनी स्पिन गेंदबाजी के लिए पूरे विश्व में विख्यात है और इसी स्पिन गेंदबाजी के बदलते इस वर्ल्ड कप में उसने बड़ी-बड़ी टीमों को मुश्किल में डाला है लेकिन AUS VS AFG के मैच में तेज गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को मुश्किल में डाला।
अफगानिस्तान के तेज गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया के टॉप ऑर्डर को ध्वस्त कर दिया। नवीन उल हक और अजमत ने दो-दो विकेट लिए और उन्होंने डेविड वार्नर, मिचेल मार्स ट्रेविस हेड जिन्होंने पिछले एक मैच में शानदार शतक लगाया था और इंग्लिश को पवेलियन भेजा।
ऑस्ट्रेलिया के मिडिल ऑर्डर के भरोसेमंद बल्लेबाज लवुसेन दबाव में आकर एक गलत रन चुराने की कोशिश की और रन आउट हो गए।
ऑस्ट्रेलिया ने एक समय अपने 7 विकेट सिर्फ 91 रन पर गंवा दिए थे। ऐसा लग रहा था कि अफगानिस्तान तो आज एक बार फिर एक बड़ी टीम का शिकार करने वाली है।
क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 में अफगानिस्तान को “Giant killer” किलर का नाम दिया गया है।
ऑस्ट्रेलिया की हार तय लग रही थी और सभी यह मानकर चल रहे थे की ऑस्ट्रेलिया के पिछले बल्लेबाज जितनी देर तक हर को टाल सकते हैं टालने की कोशिश करेंगे लेकिन जिस तरह से अफगानिस्तान के गेंदबाज गेंदबाजी कर रहे थे वह ज्यादा देर तक विकेट पर नहीं टिक पाएंगे।
लेकिन आज के इस मैच में एक चमत्कार होना बाकी था। उसे चमत्कार का नाम था मैक्सवेल। मैक्सवेल अपने तेज खेल के लिए जाने जाते हैं और वह मैदान पर लंबी-लंबी पारी खेलने के लिए कभी नहीं जाने गए। चौकों और छक्कों से भरी पारी खेलने की उनकी आदत है लेकिन वह परियां ज्यादातर समय में छोटी होती है और अक्सर वह एक गलत शॉर्ट लगाकर आउट हो जाते हैं।
आज की पारी ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट के लिए एक यादगार पारी मैक्सवेल ने खेली। उनकी टीम लगभग मैच हार चुकी थी। मैच के दौरान ही मैक्सवेल को क्रैंप्स आया वह ठीक से चल नहीं पा रहे थे, दौड़ भी नहीं पा रहे थे, झुक भी नहीं पा रहे थे वह काफी दर्द में थे, और उनके लिए सिंगल और डबल्स लेना संभव नहीं था, इसके बावजूद वह विकेट पर टिके रहे और मैदान पर चौकों और चाको की झड़ी लगा दी।
22 ओवर में और मैक्सवेल का कैच छुटा और अफगानिस्तान के लिए मैच छुटा।
ऑस्ट्रेलिया की बैटिंग के दौरान 22वें ओवर में मैक्सवेल ने फाइन लेग की तरफ शॉट खेला, गेंद हवा में थी और सीधे मुजीबुर रहमान के हाथों में गई, लेकिन गेंद उनके हाथ से छिटक गई और यहीं से अफगानिस्तान के लिए मैच हर बॉल पर फिसलते चली गई और अफगानिस्तान को हार का मुंह देखना पड़ा।
1983 वर्ल्ड कप में कुछ इसी तरह की पारी भारत के कप्तान कपिल देव ने खेली थी उन्होंने धुआंधार 175 रन बनाए थे। बीबीसी के कैमरामैन की हड़ताल के कारण उस मैच का वीडियो रिकॉर्डिंग नहीं हो पाया इसलिए उसे अविस्मरणीय पारी को देखने के लिए लोग आज भी बेचैन हो जाते हैं। इस पारी में उसे पारी की झलक देखी जा सकती है कि किस तरह अकेले दम पर पर खड़े-खड़े एक बल्लेबाज जीत का जज्बा लिए हुए उसे कहावत को चरितार्थ करते हुए जीत दिलाता है जिसका मतलब होता है कि अगर आप हार नहीं मानते हैं तो फिर जीत ही आपके गले का हर बनती है।
मैक्सवेल की व्यापारी के बारे में जितना कुछ भी लिखा जाएगा या बोला जाएगा सब कम ही होगा क्योंकि विषमताओं से लड़ते हुए उन्होंने यह पारी खेली। उनका शरीर साथ नहीं दे रहा था, वह भयानक दर्द से गुजर रहे थे लेकिन वह सारी चीज भूल चुके थे उनके सामने सिर्फ लक्ष्य था और अंतत उन्होंने इस लक्ष्य को हासिल किय ।